Product Description
शतपथ ब्राह्मण ही नही विभिन्न जटिल विषयों , शंकाओ को सरल सुगम रीति और प्रमाणों से सुलझाने और समाधान करने में निपुण थे | स्वामी जी ने अनेको विषयों पर लेख और गीता , वेदों के मन्त्रो का भाष्य भी किया | इनका गीताभाष्य इस तरह का है जिसकी व्याख्या त्रैतसिद्धांत को बलवती करती है | प्रस्तुत पुस्तक में विभिन्न व्यक्तियों द्वारा लिखे गये स्वामी जी के जीवन चरित्र , वार्ता ,शास्त्रार्थ , कार्यो का संकलन है | स्वामी जी द्वारा लिखे गये विभिन्न विषयों पर निबन्धों ,वेद व्याख्यानों का संकलन है जो कि अत्यंत ज्ञान वर्धक और कई ग्रंथो को समझने की कुंजी का कार्य करते है | यदि आप विद्या के समुन्द्र में गोते लगाना चाहते है ,यदि आप ज्ञान की सरिता और भक्ति रस की वर्षा में स्नान करना चाहते है ,यदि आप वेद और वैदिक वांग्मय को आत्मसात करना चाहते है ,तो यह ग्रन्थ अवश्य पढ़े | स्वामी जी के संदेश सटीक व स्पष्ट है जो कि कठिन से कठिन परिस्थियों में भी सत्य का मार्ग प्रशस्त करते है | विद्यार्थियों ,आचार्यो , प्रवचनकर्ताओ , जिज्ञासुओ और स्वाध्यायशील पाठको के लिए पुस्तक अत्यंत उपयोगी है |